नजरिया न्यूज़ सिमराहा / अररिया। प्रदूषण एक ऐसी समस्या है। जिसे सहने और झेलने के लिए लोग मजबूर है । आज प्रदूषण की वजह से किस तरह की समस्या पैदा हो रही है। यह सबके सामने है। अब मानव जीवन के लिए प्रदूषण अभिशाप बनता जा रहा है। लेकिन प्रशासन प्रदूषण को फैलाने की मौन सहमति देकर आम जनों के जान को दांव पर लगा रही है । उक्त बातें बिहार विकास युवा मोर्चा के अध्यक्ष सह आरटीआई एक्टिविस्ट प्रसेनजीत कृष्ण यादव ने खान एवं भूतत्व विभाग के निदेशक एवं अररिया जिला पदाधिकारी को एक पत्र प्रेषित कर इस समस्या पर ध्यान आकर्षित करवाया है। मोर्चाध्यक्ष प्रसेनजीत ष्ण ने अपने पत्र के जरिए कहा है कि सरकार प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए एक तरफ जहां तरह तरह के नियम बना रही है । वहीं दूसरी तरफ अररिया जिले में प्रशासनिक महकमों के मिली भगत से तकरीबन सौ से भी अधिक ईंट भट्ठे लगवाए गए है। जो नियम कानून को धत्ता बताकर अवैध रूप से संचालित किए जा रहे है । इस अनैतिक कार्य में ईंट भट्टे मालिकों को राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है। जिसके कारण वह निडर होकर यह अवैध कार्य कर रहे है। जबकि ज्यादातर ईंट भट्ठा संचालकों ने अभी तक न तो खनन विभाग से कोई अनुमति ली है और न ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनुमति लेने की जरूरत समझा है। उन्होंने कहा कि 2019-20 में बिना खनन विभाग को राजस्व जमा कराए एवं पर्यावरण और प्रदूषण संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र हासिल किए बिना ही ईंट भट्ठा मालिक अपने धंधे को चमकाने में लगे है। यही नहीं, ईंट भट्ठों में बिना सहमति पत्र के ही नाबालिगों से बाल मजदूरी भी करवाया जाता है जो कानूनी अपराध है ।