भरगामा/अररिया। भरगामा स्थित रेणु साहित्य परिसर में एक शोक सभा आयोजित करके 94 वर्षीय विंध्यवासिनी देवी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। अध्यक्षता अजय अकेला ने किया। मौके पर सभी वक्ताओं ने शिक्षण संस्थान व शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाली कर्तव्य परायण विंध्यवासिनी देवी को सामाजिक सरोकार से जुड़े लोगों ने याद कर नमन किया। बताते चलें कि 1978 को रानीगंज में सच्चिदानंद विंध्यवासिनी कॉलेज की स्थापना की गई थी, और तबसे अपने पति सच्चिदानंद महतो के कदम से कदम मिलाकर प्रगति पथ पर अग्रसर रही, और जब सन् 98 में सच्चिदानंद बाबू का निधन हो गया तो कॉलेज की सारी जवाबदेही इन पर आ गई। और इन्होंने कुशलतापूर्वक अपने दायित्व का निर्वाह किया।

ज्ञात हो कि कल अहले सुबह उनका निधन हुआ, और कल ही सांध्य बेला में पंचतत्व में विलीन हो गई। और रह गई सिर्फ उनकी यादें। हाल के दिनों में अपना निधि फंड – ₹25 लाख की लागत से एक सभा भवन का निर्माण कालेज परिसर में किया, साथ ही गरीब तबके के छात्र, छात्राओं का विशेष ख्याल रखने लगी, जो एक चर्चा का विषय बन गया। सर्वविदित हैं कि लालजी हाई स्कूल का निर्माण उस परिवार के द्वारा एक ऐसे समय में हुआ, जिस समय आस-पास में कोई शिक्षण संस्थान नहीं था। शोक सभा में पूर्व जिला पार्षद सत्यनारायण यादव, राजेंद्र मंडल, सदानंद यादव, प्रो सुरेश यादव, अधिवक्ता भूपेंद्र मेहता, शिक्षाविद विद्यानंद यादव, रामचंद्र यादव, महेंद्र मंडल, सदानंद मेहता, सुरंजन यादव, सचिन चौपाल, विनोद शर्मा आदि ने शोक व्यक्त करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।