– तैयारियों में जुटे स्थानीय सत्संगी भाई
– आध्यात्मिक साधना होने के कारण इस सत्संग समारोह में सभी जाति, धर्म और सम्प्रदाय के मानने वाले लोग सम्मिलित हो सकते हैं
नज़रिया न्यूज़, अररिया।
रामाश्रम सत्संग मथुरा उपकेन्द्र अररिया के तत्वावधान में आगामी 20 मई से 22 मई 2023 तक त्रिदिवसीय आध्यात्मिक सत्संग साधना शिविर का आयोजन जिला मुख्यालय के रानीगंज रोड बिजली ऑफिस के सामने ओम नगर स्थित नवनिर्मित प्राईम हॉल अररिया के प्रांगण में किया जाएगा।
इस आध्यात्मिक सत्संग साधना शिविर की तैयारी जोरों पर की जा रही हैं।
यह जानकारी सत्संग के मुख्य व्यवस्थापक शंकर नंदन प्रसाद ने दी हैं।
इन्होंने बताया कि सत्संग समारोह की शुरुआत 20 मई 2023 रोज शनिवार की शाम से होगी, जो 22 मई 2023 की प्रात: बेला में समाप्त हो जाएगी। प्रतिदिन सुबह शाम 2 घंटे का आध्यात्मिक साधना शिविर चलेगा।
त्रिदिवसीय सत्संग के आयोजन के संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य व्यवस्थापक शंकर नंदन प्रसाद ने पत्रकारों को यह भी बताया कि इस सत्संग समारोह में समर्थ गुरु परमसंत डॉ0 चतुर्भुज सहाय जी महाराज ने मानव जीवन के सर्वोच्च लक्ष्य आत्मज्ञान की प्राप्ति हेतु जिस सरल एवं शीघ्र फलदायक साधन शैली को अपने अनुभवों के आधार पर प्रतिपादित किया है उसी आध्यात्मिक साधना के गूढ़ अनुभवों का ज्ञान कराने के लिए रामाश्रम सत्संग मथुरा से संबद्ध आचार्यों के सानिध्यता में ध्यान चिंतन साधना शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
इस सत्संग में धनबाद (झारखंड) से परम पूज्य आचार्य श्री सिंघेश्वर प्रसाद उर्फ भोला बाबू, पटना (बिहार) से आचार्य अमरेंद्र कुमार सिन्हा, आचार्य ज्योति कुमार सिन्हा, बेगूसराय (बिहार) से आचार्य मुरारी प्रसाद सिन्हा, अररिया (बिहार) से आचार्य विनोद प्रसाद द्वारा मुख्य रुप से ज्ञान गंगा का प्रवाह किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि आध्यात्मिक साधना होने के कारण इस सत्संग समारोह में सभी जाति, धर्म और सम्प्रदाय के मानने वाले लोग सम्मिलित हो सकते हैं।
बताया गया कि अररिया के बाहर से आने वाले सत्संगी भाई-बहनों के ठहरने की व्यवस्था भी नवनिर्मित प्राईम हॉल कैम्पस में ही की गई हैं।
इस सत्संग समारोह को सफल बनाने के लिए शंकर नंदन प्रसाद, उदन कामती, राजेन्द्र प्रसाद साह उर्फ राजू बाबू, ओम प्रकाश नारायण, मनोज प्रसाद कर्ण, विकास प्रकाश, विनीत प्रकाश, विवेक प्रकाश, शंकर श्रीवास्तव सहित अन्य सत्संगी भाई दिन रात जुटे हुए हैं।