-01 से 15 साल आयु वर्ग के 6.50 लाख बच्चों के बीच ओआरएस दवा का होगा वितरण
-थोड़ी सी सावधानी से छोटे बच्चों को दस्त के खतरों से दिलायी जा सकती है निजात
अररिया, 31 मई । दस्त बाल मृत्यु के मुख्य कारणों में से एक है। गर्मी के मौसम में कम उम्र के बच्चों का इससे प्रभावित होने का खतरा अधिक होता है। इसे देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा 01 से 15 जून के बीच जिले में सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान दस्त के कारण व इसके निदान संबंधी उपायों के प्रति आम लोगों को जागरूक किया जायेगा। गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता पांच वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों के घरों में ओआरएस पैकेट उपलब्ध करायेंगी। साथ ही ओआरएस घोल बनाने की विधि व इसके उपयोग व लाभ के प्रति लोगों को जागरूक करेंगी। जिले में चिह्नित 6.50 लाख बच्चों के बीच ओआरएस दवा वितरण का लक्ष्य निर्धारित है। गृह भ्रमण के दौरान दस्त पीड़ित बच्चा पाये जाने पर आशा कर्मी परिवार को 14 गोली जिंक व दो पैकेट ओआरएस उपलब्ध करायेंगी।
स्वच्छता का अभाव दस्त का मुख्य कारण –
कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी सह जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि स्वच्छता का अभाव दस्त के मुख्य कारणों में से एक है। दूषित पानी व भोजन के सेवन की वजह से ये तेजी से फैलता है। 01 से 15 साल तक के बच्चों को ये तेजी से अपना शिकार बनाता है। झुग्गी झोपड़ी, कठिन पहुंच वाले क्षेत्र, ईट भट्ठा व वैसे निर्माण क्षेत्र जहां स्वच्छ जल व भोजन की आपूर्ति कम होती है वहां इसके प्रसार का खतरा अधिक रहता है। लिहाजा अभियान के क्रम में वैसे परिवारों तक दवा की पहुंच सुनिश्चित कराना विभागीय प्राथमिकताओं में शुमार है।
चिह्नित परिवारों को उपलब्ध कराया जायेगा ओआरएस-
डीसीएम सौरव कुमार ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि पखवाड़ा के दौरान 01 से 05 साल आयु वर्ग के सभी लक्षित बच्चों को दवा उपलब्ध कराया जाना है। प्रति बच्चा ओआरएस का एक पैकेट उपलब्ध कराया जायेगा। ओआरएस के घोल बनाने व इसके उपयोग के प्रति परिवार के सदस्यों को जागरूक किया जाना है। इस दौरान दस्त पीड़ित गंभीर बच्चे व अतिकुपोषित बच्चों को इलाज के लिये नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराने में आशा कर्मी अपना समुचित सहयोग प्रदान करेंगी।