भरगामा/अररिया। बुधवार को सरकार के तानाशाही रवैये के विरूद्ध प्रखंड मुख्यालय में नियोजित शिक्षकों ने रोषपुर्ण प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री का पुतला फुंका
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखण्ड अध्यक्ष ललित कुमार ललन ने कहा हैं कि अध्यापक नियुक्ति नियमावली 2023 में संशोधन कर सभी नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी में समायोजन करने की मांग को लेकर राज्य संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रदीप कुमार पप्पू के आह्वान पर 31 मई को राजधानी पटना में धरना – प्रदर्शन निर्धारित था। आन्दोलन की विधिवत सूचना वरीय प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों को दी गई थी। परन्तु तानाशाह राज्य सरकार ने राजधानी पटना के शिक्षक आन्दोलन पर बल पूर्वक रोक लगा दिया।

धरना- प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दिया जाना लोकतंत्र की हत्या हैं। राज्य सरकार के मनमानी व तानाशाही रवैया के खिलाफ बुधवार को भरगामा प्रखंड में मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया।
अध्यक्ष ने अपील पर बुधवार को अपराह्न 03:00 भरगामा प्रखण्ड मुख्यालय में मुख्यमंत्री का पुतला दहन कार्यक्रम में प्रखण्डाधीन सभी शिक्षक शिक्षिकाओं एवं सभी संघीय पदाधिकारी के साथ जिला उपाध्यक्ष sm सलाहुद्दीन,अर्जुन कुमार यादव,रंजीत कुमार भगत,रानू तिवारी,रामानंद मंडल, कैशर रहमानी,दिलीप कुमार,राजेश कुमार रंजन,अजेंद्र मंडल,विवेक भारती, मुकेश कुमार, मुकेश माधव मुरारी आदि शिक्षक उपस्थित हुए।
श्री ललन ने कहा कि सरकार के इस तानाशाही रवैये से शिक्षक आन्दोलन और तेज़ होगा। कार्यरत शिक्षकों को राज्यकर्मी में समायोजन होने तक संघ का राज्यव्यापी चरणबद्ध आन्दोलन जारी रहेगा। सरकार अविलंब राज्य संघ के साथ वार्ता आहुत कर शिक्षकों की मांग पूरी करें अन्यथा आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।