– सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आई महिला न्यायार्थियों संग जिला जज व अन्य गणमान्य लोगों द्वारा के दीप प्रज्वलित कर विधिवत राष्ट्रीय लोक अदालत का किया गया शुभारंभ।
नज़रिया न्यूज़ (विकास प्रकाश), अररिया।
शनिवार को व्यवहार न्यायालय अररिया के प्रांगण में इस वर्ष तीसरी बार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ.
राष्ट्रीय लोक अदालत शिविर का उद्घाटन सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आई महिला न्यायार्थियों संग जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्षित सिंह व अन्य गणमान्य लोगों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया.
उद्घाटन सत्र के मौके पर फैमिली जज उज्ज्वल कुमार सिन्हा, एडीजे-01 मनोज कुमार तिवारी, एडीजे-02 संजय कुमार रॉय, एडीजे-06 अजय कुमार, एडीजे सह डीएलएसए सचिव रवि कुमार, सीजेएम शैलेन्द्र कुमार सिंह, एसीजेएम-01 रितु कुमारी व जेएम प्रीति रॉय सहित सभी न्यायिक पदाधिकारी, मुख्यालय डीएसपी…………….., डीडीसी संजय कुमार सहित जिला बार एसोसिएशन मो हासिम व जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष मो मंजूर आलम सहित दर्जनों अधिवक्ता व विभिन्न बैंकों के पदाधिकारीगण उपस्थित थें.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्षित सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत मे सुल्हानिये वादों के निपटारा के बाद अपील नही होता है.
इस राष्ट्रीय लोक अदालत मे पक्षकारों की मौजूदगी में कुल 1518 सुल्हानिये मामलो का निपटारा समझौते के आलोक में किया गया.
एडीजे सह डीएलएसए सचिव रवि कुमार ने बताया कि इसबार बैंच संख्या-01 में फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश उज्ज्वल कुमार सिन्हा व महिला अधिवक्ता संगीता कुमारी के द्वारा वर्ष 2015 का लंबित मामला मे पति-पत्नी के बीच समझौता करा दिया गया है. अब, दोनो पति-पत्नी के बीच मधुर संबंध स्थापित हो गया है. वे लोग खुशी खुशी साथ रह रहे हैं.
वही, बेंच संख्या-02 मे उत्पाद विशेष न्यायधीश-02 संतोष कुमार गुप्ता व अधिवक्ता केके झा के द्वारा मोटर वेहकिल कंपनसेशन केस 37/2014 मे पीड़िता दुलारी देवी को क्लेम की राशि में भी 07 लाख रुपये में समझौता करा दिया है.
बैंच नंबर-04 मे प्रतिनियुक्त एसीजेएम-01 रितु कुमारी व महिला अधिवक्ता मेनिका कुमारी की पीठ ने वर्ष 2004 के जीआर 1632/2004 के सूचक मो आलम पिता सनी साकिन इसरहवा थाना महलगांव के द्वारा राजी खुशी से समझौता पत्र दाखिल करवा मुकदमा के निष्पादन मे अहम भूमिका निभाई.
जबकि बैंच नंबर-06 मे प्रतिनियुक्त ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रीति रॉय व अधिवक्ता कैलाश चन्द्र यादव की पीठ ने वर्ष 1996 के मामला को निष्पादित किया है. फारबिसगंज 85/1996 जीआर 538/96 के सूचक अब्दुर्रज्जाक पिता स्व शमसुल साकिन पुरवारी झिरवा थाना सिमराहा ने समझौता पत्र दाखिल कर स्वेच्छा से मुकदमा समाप्त करने की पहल किये.
वही, आगे बताया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत के पटल पर सुलहनीय आपराधिक वादों के 442 मामले, मोटर इंश्योरेस से संबंधित 01 मामले, मैट्रीमोनियल के 24 केसेस, एनआई एक्ट के 02 मामलो का निपटारा हुआ हैं.
वही जिला पदाधिकारी द्वारा गठित बेंच में कार्यपालिका की ओर से पीठासीन पदाधिकारी की ओर से 127 मामले निपटाये गये.
बताया गया कि जिले के सभी बैंक मिलकर कुल 924 मामलों में 03 करोड़ 97 लाख 20 हजार 745 रूपया समझौता के तहत 01 करोड़ 81 लाख 73 हजार 885 रूपया की वसूली किया गया.
एडीजे सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव रवि कुमार ने जानकारी देते हुए पत्रकारो को बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकाधिक मामलो के निष्पादन के लिए इसबार भी सर्वाधिक 10 बैंच लगाये गये थे.
एडीजे रवि कुमार ने बताया कि पहले बैंच मे 24 मामलों का निपटारा हुवा.
वही, दूसरे बैंच मे 16 मामलों का निपटारा हुवा. तीसरे बैंच मे 27 मामलों का निपटारा हुवा. चौथे बेंच मे 72 मामलों का निपटारा हुवा. पांचवे बेंच मे 67 मामलों का निपटारा हुवा. छठे बैंच मे 44 मामलों का निपटारा हुवा. सातवे बैंच मे 75 मामलों का निपटारा हुवा. आठवें बैंच मे 98 मामलों का निपटारा हुवा. नौवे बैंच मे 44 मामलों का निपटारा हुवा. दसवें बैंच मे 127 मामलों का निपटारा हुवा.
राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में हेल्प डेक्स भी लगाया गया.
वही, मंच का सफल संचालन जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष विनोद प्रसाद ने की.
जबकि धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एडीजे सह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रवि कुमार ने कहा कि सबो के सहयोग की बदौलत ही इतने अधिक मामलो का निपटारा हो सका है.