भरगामा/अररिया। प्रखंड के बुथ संख्या 314,315 पर प्रधानमंत्री के मन की बात का 101वां संस्करण को सुनने कार्यकर्ता की काफी भीड जुटी।
मन की बात सुनने नित्यानंद मेहता,वरिष्ठ कार्यकर्ता राजेंद्र मिश्र, धीरेंद्र साह,शानू गुप्ता,शिवकांत पासवान,सुमन साह,प्रकाश पोद्दार, सुमन यादव, सखीचंद मंडल, रवि ऋषिदेव ने प्रधानमंत्री के बातों को आत्मसात किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 101वें एपिसोड में अपने जापान दौरे की चर्चा की। पीएम ने संग्रहालय के महत्व के साथ ही जल संचय, युवा संगम को लेकर भी बात की और वीर सावरकर को याद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में युवा संगम की चर्चा की तो वही वीर सावरकर और कबीर दास को भी याद किया। पीएम मोदी ने युवा संगम पर कुछ प्रतिभागियों से बात कर उनके अनुभव की भी जानकारी ली। पीएम मोदी ने एनटी रामाराव को भी याद किया। मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने कहा कि एपिसोड दूसरी सेंचुरी की शुरुआत हैं। उन्होंने कहा कि पिछले महीने हम सभी ने इसकी स्पेशल सेंचुरी को सेलिब्रेट किया हैं। जनभागीदारी इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत हैं। पीएम ने कहा कि जब मन की बात का प्रसारण हुआ तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में अलग-अलग टाइम जोन में कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी। इन सब के बावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने मन की बात को सुनने के लिए समय निकाला। पीएम मोदी ने काशी में तमिल संगमम की भी चर्चा की और कहा कि बीते दिनों हमने मन की बात में काशी तमिल संगमम की बात की। सौराष्ट्र तमिल संगमम की बात की। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले ही वाराणसी में काशी तेलगू संगमम भी हुआ। आगे कहा कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को ताकत देने वाला ऐसे हीं एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ हैं। युवा संगम का उन्होंने कहा कि वे युवाओं के संगम का सबसे बड़ा मंच हैं।