भाकपा माले के विधायक महबूब आलम ने सोमवार को अवर निबंधन कार्यालय में दस्तावेज कातिब का काम करने वाले लोगों के साथ मिलकर जिला पदाधिकारी द्वारा जारी किए गए निर्देश के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों ने बारसोई रेलवे गुमटी स्थित इंदिरा चौक तक पैदल मार्च किया तथा नारेबाजी करते हुए वापस रेजस्ट्री ऑफिस तक आए। ज्ञात हो कि बिहार के राजस्व विभाग के प्रधान सचिव और जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्देश जारी किया गया है कि बारसोई के नए अवर निबंधन कार्यालय परिसर के अंदर एक भी दस्तावेज कातिब नहीं बैठेंगे। और ना ही गेट के पास कोई दुकानदार यह कातिब का घर होगा। सभी लोगों को कार्यालय के परिसर के अंदर से और सामने से हटाया जा रहा है। जारी किए गए इसी निर्देश के विरोध में महबूब आलम ने कातिबों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर श्री आलम ने कहा कि जिला पदाधिकारी द्वारा तुगलकी फरमान जारी किया गया है। और परिसर के अंदर जो सेड निर्माणाधीन है। उसमें दस्तावेज कातिबों को बैठने नहीं दिया जाएगा। उन्हें हटाया जा रहा है। जो कि सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद से जब से निबंधन कार्यालय का कार्य शुरू हुआ है तब से दस्तावेज कातिब अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आम जनता के काम को आसान कर रहे हैं। अन्यथा आम जनता जमीन की रजिस्ट्री करने जैसे कार्य को कभी नहीं कर पाएंगे। ऐसे में बेरोजगार युवक जो कि कातिब बनकर स्वरोजगार करते हैं। उन्हें हटाने की साजिश नहीं चलेगी। गरीब दुकानदार जो कि किसी तरह चाय नाश्ता बेचकर अपना पेट पालते हैं। ऐसे लोगों को भी हटाया जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं इसका विरोध करता हूं। और राजस्व विभाग के प्रधान सचिव से लेकर जिला पदाधिकारी तक के निर्देश के विरोध में तथा दस्तावेज कातिबों के समर्थन में मैं आखिर तक खड़ा रहूंगा। विधायक श्री आलम ने मीडिया के माध्यम से अपनी बात रखते हुए कहा कि जिला प्रशासन चाहे तो बीच का रास्ता भी निकाल सकती है। मैं विधायक फंड से परिसर के अंदर सेड बना देता हूं। जिसमें दस्तावेज कातिब और आम जनता बैठ सके। वही प्रदर्शन की सूचना पाते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रेमनाथ राम, अंचल पदाधिकारी अमर कुमार राय, राजस्व पदाधिकारी रानू कुमार, बारसोई थाना अध्यक्ष अरविंद कुमार अपने दल बल के साथ प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे तथा विधायक महबूब आलम से मिलकर प्रदर्शन को समाप्त करने का आग्रह किया। वहीं इस अवसर पर भाकपा माले कार्यकर्ता शिव कुमार यादव, सोनू यादव, उदय यादव, मोहम्मद इफ्तेखार आलम, मस्तान दीदार, इत्यादि व्यक्ति प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

