भरगामा/अररिया। रक्षा बंधन का त्यौहार महज एक कलाई पर बांधे जाने वाला धागा नहीं बल्कि भाई और बहन के अटुट रिश्ता और मुहब्बत का पैगाम है। एक ओर जहां देश में नफरत और भेदभाव, उंच- नीच, जाति धर्म और हिन्दू मुस्लिम के बीच नफरत फैलाई जा रही है वहीं
आज एक हिंदू बहन ने मुस्लिम भाई के कलाई पर राखी बांध कर रक्षाबंधन का त्यौहार मनाई।
पत्रकार रुपेश कुमार गुलशन की धर्मपत्नी पेशे से शिक्षक पंचाली कुमारी यादव ने राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरुस्कार से सम्मानित प्रखर समाज सेवी असलम बेग को राखी बांध कर हिंदू मुस्लिम एकता और भाईचारे का संदेश देकर रक्षाबंधन त्यौहार मनाई।

पंचाली कुमारी यादव पेशे से शिक्षक हैं और एक कुशल गृहिणी भी हैं। व तकरीबन आधे दर्जन स्वतंत्रता सैनानी परिवार से ताल्लुक रखने वाले पंचाली कुमारी यादव कहती हैं कि मेरे पास सगा भाई नहीं है, नेकदिल इंसान असलम बेग को अपना भाई मान कर राखी बांध कर अपना भाई मान लिया है। गरीबों पिछड़े, नि:सहाय लोगों की आवाज, हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक, समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए शिक्षा रत्न सम्मान एवं राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरुस्कार से सम्मानित असलम बेग ने कहा कि रक्षाबंधन का त्यौहार भाई बहन के बीच मुहब्बत का त्यौहार है। व आपसी भाईचारा कायम करता है। बहन की रक्षा का वचन जब तक जिंदा है निभाएंगे।