– प्रत्येक बच्चों को मिलेगा एक किलो गुड़।
– रेड क्रॉस सोसाइटी की मदद से आईसीडीएस करेगी गुड़ का वितरण।
मुजफ्फरपुर। 11 मई। चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों में अक्सर हाइपोग्लेसेमिया की कमी देखी जाती है। जिसका कारण पीड़ित बच्चों में ग्लूकोज की कमी होना है। इसी ग्लूकोज की कमी को पूरा करने के उद्येश्य से जिले में पिछले पांच वर्ष में चमकी से पीड़ित बच्चों में प्रत्येक को एक किलो गुड़ का वितरण किया जाएगा। यह गुड़ रेड क्रॉस सोसाइटी की मदद से आईसीडीएस वितरित करेगी। गुरूवार को रेड क्रॉस के सचिव उदय ने डीडीसी आशुतोष द्विवेदी को 572 किलो गुड़ उपलब्ध कराया है। जिसे 572 बच्चों में जिले के 17 प्रखंडो के सीडीपीओ वितररित करेंगें।
एईएस कोर कमिटी की हुई बैठक:
एईएस कोर कमिटी की बैठक गुरुवार को प्रभारी जिलाधिकारी आशुतोष द्विवेदी के कक्ष में संपन्न हुई, जिसमें बिंदुवार समीक्षा की गयी। मालूम हो कि जिले में चमकी के 11 मामले अभी तक प्रतिवेदित हुए है। सभी बच्चे सुरक्षित और निरोग है। पदाधिकारियों द्वारा लगातार क्षेत्रों में भ्रमण किया जा रहा है। प्रभारी जिला पदाधिकारी ने निदेश दिया कि सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने.अपने पोषण क्षेत्र में सभी बच्चों का प्रत्येक दिन स्वास्थ्य का जायजा लेगी। संधारित पंजी पर हस्ताक्षर करेगी। पदाधिकारी क्षेत्र भ्रमण कर पंजी पर प्रतिहस्ताक्षर करेंगे। प्रत्येक मंगलवार को ब्लॉक लेबल टास्क फोर्स की बैठक अनिवार्य रूप से करने का निर्देश दिया गया। उन्होनें कहा कि धरातल स्तर पर प्रत्येक घर तक जाकर कार्य करे। एएनएम लगातार आशा और आंगनवाड़ी सेविका की मीटिंग और मॉनेटरिंग करते रहेंगें। उन्होनें जीविका को भी समानांतर रूप से 0 से 10 वर्ष के बच्चों का सर्वे कर प्रचार-प्रसार करने का निदेश दिया गया। पीड़ित बच्चों के भौतिक सत्यापन हेतु केयर इंडिय, यूनिसेफ और डब्लूएचओ द्वारा फीड बैक प्राप्त किया जा रहा है। जिसमें आईसीडीएस को और अधिक क्षेत्र भ्रमण करने का निदेश दिया गया। महादलित टोलों एवं स्लम बस्तियों में विडियों वैन के माध्यम से प्रचार.प्रसार किया जायेगा। बैठक में सिविल सर्जन डॉ यूसी शर्मा, जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार, आइसीडीएस प्रतिनिधि सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।