– 12 फाइलेरिया रोगियों को मिला दिव्यांगता प्रमाण पत्र
– जल्द ही प्रखंड में भी सर्टिफिकेशन की सुविधा होगी मौजूद
शिवहर। 2 मई। सामाजिक और आर्थिक विपन्नता को कम करने के उद्देश्य से शिवहर में पहले 12 फाइलेरिया रोगियों को जिलाधिकारी राम शंकर ने दिव्यांगता के प्रमाणपत्र का वितरण की शुरूआत की। पहले 12 प्रमाण पत्र पाने वालो में तरियानी ने तीन, पीपराही के एक, शिवहर के 7 तथा पुरनहियाा ब्लॉक के एक लोग शामिल हैं। इन सभी लोगों में 40 प्रतिशत से अधिक अपंगता पाते हुए दिव्यांगता का प्रमाण पत्र दिया गया है। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुरेश राम ने बताया कि फाइलेरिया मरीज में दिव्यांगता का प्रतिशत चार स्टेज में उनके हांथी पांव की स्थिति और शारीरिक क्रियाकलापों में असुविधा को देखकर दिया जाता है। पहले चरण में दस प्रतिशत तथा दूसरे चरण में 11 से 39 प्रतिशत तक दिव्यांगता का प्रतिशत दिया जाता है। वहीं तीसरे और चौथे चरण में 40 या उससे अधिक दिव्यांगता का प्रतिशत दिया जाता है।
विकलांगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण फाइलेरिया:
केयर डीपीओ प्रभाकर कुमार ने बतायाा कि विकलांगता के लिए दूसरा सबसे बड़ा कारक फाइलेरिया या हांथीपांव ही है। फाइलेरिया या हांथी पाव में स्टेज 3 के बाद जब पांव या प्रभावित शरीर का अंग ज्यादा सूज जाता है तो उस व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है। फाइलेरिया मरीजों की असमर्थता को देखते हुए ही सरकार ने उन्हें दिव्यांगता प्रमाणपत्र की सुविधा प्रदान की है। जिले में अभी फाइलेरिया के कुल 1973 मरीज हैं। दिव्यांगता का प्रतिशत देने के लिए चिकित्सकों की एक टीम भी गठित है जो उनके दिव्यांगता के स्तर की जांच करती है।
प्रखंडो से भी विकलांगता प्रमाण पत्र होगा निर्गत:
जिलाधिकारी राम शंकर ने कहा कि जिले के अंदर जितने भी फाइलेरिया के मरीज हैं, वे अपने प्रखंड के पीएचसी में जाकर जल्द ही फाइलेरिया का दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं। जल्द ही वहां भी चिकित्सकों की एक टीम बनेगी जो दिव्यांगता का स्तर जांचेगी।
सुरेश ने कहा अब सुधरेगा जीवन:
कमरौली गांव पीपराही प्रखंड के सुरेश कुमार ने कहा कि मुझे 45 प्रतिशत दिव्यांगता का प्रमाण पत्र मिला है। मैं 52 साल का हो गया हूं, अब मुझे सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन भी मिलेगा वहीं दिव्यांगता प्रमाण पत्र के कारण अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ भी।
प्रमाण पत्र वितरण के दौरान जिलाधिकारी राम शंकर, उप विकास आयुक्त अतुल कुमार वर्मा, केयर डीटीएल राकेश कुमार, डीपीओ प्रभाकर कुमार, जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुरेश राम सहित अन्य लोग उपस्थित थे।