- वट सावित्री व्रत हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।
समस्तीपुर/दलसिंहसराय, (राज कुमार सिंह)। अनुमंडल अंतर्गत शहर से लेकर गांव तक जगह जगह वटबृक्ष के सामने महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र को लेकर तपती धूप व गर्मी में हर्षोउल्लास के साथ वट सावित्री की पूजा अर्चना किया।महिलाएं सावित्री व्रत रखकर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर फिर मौली धागे को 7 या 108 फेरे लेकर व्रत पूरा किया।
बताया जाता है कि वट सावित्री व्रत रखने और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी का विधि विधान पूजन से अखंड सौभाग्य, सुखी वैवाहिक जीवन और पति की लंबी आयु की प्राप्ति का वरदान मिलता है।
इसके साथ ही इस दिन सुहागिन महिलाओं द्वारा सावित्री, सत्यवान और वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा करने की भी परंपरा है।
वट वृक्ष के साथ विष्णु भगवान और मां लक्ष्मी की पूजा के समय वट सावित्री व्रत कथा भी सुनने की परंपरा है।