= पुलिस अधीक्षक अररिया अशोक कुमार ने कहा, गवाह पत्रकार विमल यादव की हत्या 18 अगस्त को हुई थी, हत्यारा और साजिश रचने वाले सभी 07आरोपित गिरफ्तार, जेल में रची गई थी हत्या की साजिश।
नज़रिया न्यूज टीम, अररिया।
पत्रकार विमल यादव की भाई की 2019 में हत्या कर दी गई थी विमल यादव इस मामले में गवाह थे। अपराधियों को भय था कि विमल यादव की गवाही हो गई तो सजा सुनिश्चित है। इसी से बचने के लिए पत्रकार बिमल यादव की हत्या करने की साजिश जेल से रची गई और 18 अगस्त को हत्या कर दी गई। रानीगंज पुलिस हत्या के गवाह की सुरक्षा को लेकर बेपरवाह बनी रही।
बुधवार को पुलिस अधीक्षक अररिया अशोक कुमार के प्रेस कॉन्फ्रेंस से इसकी पुष्टि हुई। हत्या के षड्यंत्र में माधव यादव शामिल था। इसी ने पत्रकार विमल यादव को गोली मारी थी। इसके अलावा अर्जुन यादव, संतोष कुमार भारती, विपिन यादव, भावेश यादव, आशीष यादव व भावेश यादव को गिरफ्तार किया गया है।
सुपौल जेल में रची गई थी गवाह विमल यादव की हत्या की साजिश: गवाह विमल की हत्या की साजिश सुपौल जेल में रची गई थी। विमल के भाई शशिभूषण यादव के हत्यारों का पत्रकार विमल की हत्या में हाथ होने की पुष्टि पुलिस अधीक्षक अररिया अशोक कुमार ने बुधवार की जिसके अनुसार साजिश करने वालों में तथा न्यायिक हिरासत में जेल में बंद अभियुक्त रुपेश यादव व क्रांति यादव शामिल हैं।जानकारी के मुताबिक पत्रकार विमल यादव के भाई शशिभूषण यादव के हत्यारों द्वारा पत्रकार विमल यादव पर इस बात का दबाव बनाया जा रहा था कि वे न्यायालय में उन लोगों के खिलाफ गवाही न दें। विमल ने धमकी को नजरअंदाज कर दिया था।
इसके बाद रानीगंज के पत्रकार विमल यादव की हत्या की प्लानिंग जेल में बंद अपराधियों ने की। पुलिस अधीक्षक अररिया ने बताया कि तकनीकी तफ्तीश के दौरान जेल से लगातार बातचीत के साक्ष्य मिले हैं। मोबाइल जब्त किए गए हैं।
एसपी अररिया ने बताया कि विमल पर गोली चलाने वाले माधव यादव के घर श्राद्ध के भोज में फाइनल हुआ कि अब पत्रकार को मार देना है, जिसके बाद मर्डर हुआ।पुलिस अधीक्षक अररिया अशोक कुमार ने कहा कि सुपौल जेल में बंद अपराधी क्रांति यादव और रुपेश यादव लगातार जेल के भीतर से विमल की हत्या की साजिश रच रहे थे। जेल के भीतर से फोन से बातचीत भी कर रहे थे। गवाह विमल यादव की हत्या के ठीक एक दिन पहले अररिया की जेल में बंद क्रांति यादव से जाकर उसका छोटा भाई शैशव यादव मुलाकाती के तौर पर मुलाकात करता है और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुपौल जेल में बंद अपराधी से बातचीत भी कराता है।
पुलिस अधीक्षक अररिया अशोक कुमार ने बताया कि इसी के 17 अगस्त को सभी अपराधी माधव यादव के घर पर मछली- बात के भोज में शामिल हुए। 18 अगस्त की सुबह पत्रकार विमल कुमार यादव के घर पहुंचे।दरवाजा को खटखटाया और जैसे ही विमल यादव बाहर निकले तो उन्हें माधव यादव गोली मारी देता है।
गौरतलब है कि पत्रकार विमल की हत्या ही 18 अगस्त को नहीं हुई अपितु एक गवाह की भी निर्मम हत्या 18 अगस्त को हुई है। रानीगंज पुलिस हत्या के एक गवाह की रक्षा नहीं कर सकी।