फ़ोटो परिचय-कटिहार जिले में पुलिस की गोली से मौत के बाद 27 जुलाई को घटनास्थल का दौरा करता कांग्रेस का विशेष शिष्टमंडल व मौजूद क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीण व अन्य—फोटो कांग्रेस शिष्टमंडल
– कटिहार में 26 को गोली से मौत के बाद 27 जुलाई को कांग्रेस शिष्टमंडल मंडल पहुंचा था बारसोई, मृतकों के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा – सरकारी नौकरी देने की उठाई थी आवाज।
बीरेंद्र चौहान
नजरिया ब्यूरो, किशनगंज। बिहार सरकार से मांग हैं कि मृतकों के परिजनों को 20 लाख रूपये मुआवजा व परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। यह बात किशनगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक इजहारूल हुसैन ने 27 जुलाई को कही थी। वे कटिहार जिला के बारसोई में पुलिस फायरिंग की जांच के लिए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित शिष्टमंडल बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता डॉ शकील अहमद खान के नेतृत्व में कटिहार पहुंचने की जानकारी को निजी सोशल मीडिया ग्रुप पर देते हुए कहा था कि शिष्टमंडल में वे, विधायक विश्वनाथ राम जी भी शामिल रहें।
उन्होंने अपने ग्रुप में कहा था कि कटिहार पहुंचने के बाद शिष्टमंडल जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील यादव, पूर्व विधायक सुनीता देवी तथा वरिष्ठ कांग्रेस के नेतागण के साथ बारसोई का दौरा किया । दौरा के क्रम में शिष्टमंडल मृतक सोनू साह व खुर्शीद के परिजनों से मिलकर सांन्त्वना दी।
शिष्टमंडल को मृतकों के परिजनों ने घटना की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। शिष्टमंडल के सदस्यों ने स्थानीय लोगों से घटना के संबंध में जानकारी भी प्राप्त की।
विधायक श्री हुसैन ने बताया,
बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के
नेता डॉ शकील अहमद खान ने कहा कि बारसोई पुलिस फायरिंग अनुमंडल प्रशासन की लापरवाही के कारण घटित हुई है। अगर अनुमंडल प्रशासन सजग होता तो इस घटना को टाला जा सकता था।जब अनुमंडल प्रशासन को पता था कि उक्त धरना प्रदर्शन में काफी भीड़ एकत्रित हो सकती है तो सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किया तथा जिला प्रशासन को क्यों नहीं अवगत कराया। उन्होंने उस समय मांग की थी कि बारसोई पुलिस फायरिंग की उच्च स्तरीय कमेटी से जांच कराकर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए, मृतकों के आश्रितों को बीस लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। घायलों का सरकारी खर्चे से इलाज कराया जाए व मुआवजा दिया जाए।
किशनगंज विधायक इजहारूल हुसैन ने कहा कि प्रदर्शन करना लोकतांत्रिक अधिकार है। यह बात सही है कि बिजली आपूर्ति नियमित रूप से नहीं हो रहीं हैं और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिहार सरकार से मांग हैं कि मृतकों के परिजनों को 20 लाख रूपये मुआवजा व परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
गौरतलब है कि कटिहार के बारसोई अनुमंडल में अनियमित बिजली व्यवस्था को लेकर 26 जुलाई 2023 की दोपहर को काफी संख्या में ग्रामीण और जनप्रतिनिधि बारसोई प्रखंड कार्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन कर रहे थे।इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कुछ लोग अचानक आक्रोशित हो गए।देखते-देखते घटना ने हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों की बिजली विभाग के कर्मियों से बहस हो गई और बात बढ़ गई।बिजली विभाग के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई। मामला बढ़ने के बाद पुलिस पहुंची। पुलिस ने फायरिंग की।लाठीचार्ज भी किया। लोगों और मृतकों के परिजनों का कहना है पुलिस की गोली से ही तीन लोग शिकार हुए हैं। एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे युवक ने घटना के दिन देर रात इलाज के क्रम में दम तोड़ दिया। मौत की पुष्टि कटिहार के डीएम ने की थी।लोगों का कहना है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है।