- सरकारी अस्पताल भैसौली और समोधपुर में चिकित्सक का पद रिक्त, गरीबी के चलते कथित चिकित्सक से उपचार कराने के लिए दर्जनों गांवों के रोगी विवश।
नजरिया न्यूज़ संवाददाता, सुइथाकला(जौनपुर )।विकासखंड क्षेत्र सुईथा कला में फर्जी डॉक्टरों की भरमार है।समोधपुरसे बिरैलीमार्ग पर बिना रजिस्ट्रेशन, बिना किसी डाक्टर डिग्री के ही कथित डॉक्टर रोगियों की जिंदगी से खिलवाड़ करने में लगे हैं। ऐसे कथित डॉक्टर सभी मर्जों को ठीक करने का ठेका भी लेते हैं।
यह जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि ऐसे कथित डॉक्टर
अपने को बाल रोग विशेषज्ञ से कम नहीं मानते। छोटे बच्चों का भी इलाज करके धन कमाने में लगे हुए हैं। ऐसे कथित डाक्टरों पर विभाग द्वारा उचित कार्यवाही होनी चाहिए। सूत्रों ने कहा कि ऐसे लोग बड़ा-बड़ा बोर्ड लगाकर विकासखंड क्षेत्र सुइथाकला में ठगी का कार्य कर रहे हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बिना डॉक्टर की डिग्री के इलाज करना अपराध है। रोगियों को कुछ हुआ तो ऐसे कठित डॉक्टर पर 302 अर्थात हत्या की प्राथमिकी की दर्ज की जा सकती है।
इस संबंध में ग्राम पंचायत सरकार के प्रतिनिधियों ने कहा कि क्षेत्र में गरीबी अधिक है। पढ़ालिखा डॉक्टर मौजूद नहीं हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भैसौली और समोधपुर में चिकित्सक का पद रिक्त हैं। विकासखंड मुख्यालय में स्थित सरकारी अस्पताल में चिकित्सक बैठते हैं लेकिन दूरी अधिक होने के चलते ग्रामीण कथित डॉक्टर की सेवा लेने के लिए मजबूर हैं।
उसरौली ग्राम पंचायत के बुद्धिजीवियों ने कहा कि चिकित्सक वह व्यक्ति हैं, जो शिक्षित, प्रशिक्षित, अनुभवी हो और किसी बीमारी का निदान व उपचार करता है, चिकित्सक हैं।
उल्लेखनीय है कि क्लीनिक खोलने और डाक्टर की डिग्री के विषय में सूत्रों ने कहा कि
एमबीबीएस की डिग्री को डॉक्टर की सबसे छोटी डिग्रियों में मानी जाती हैं लेकिन,इससे भी छोटी डिग्री BAMS, BUMS, BDS, BHMS है, जिसे प्राप्त करके भी डॉक्टर बना जा सकता हैं।
हॉस्पिटल के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए एमबीबीएस की डिग्री होनी चाहिए।
हॉस्पिटल मेनेजमेंट की डिग्री हैं।तो भी हॉस्पिटल के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता हैं।
हॉस्पिटल खोलने के लिए द क्लीनिकल एस्टाब्लिसमेंट 2017 के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए फॉर्म भरना पड़ता है। जिसमें सामान्य जानकारी, किस नाम से हॉस्पिटल है, हॉस्पिटल के ओनर का नाम, एड्रेस आदि भरना होगा।इसके साथ जरूरी दस्तावेज भी अटैच करना है।
सूत्रों ने कहा कि आवेदन प्रक्रिया पूरा होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आपके फॉर्म को अच्छे से चेक किया जाएगा।अगर दी हुई उक्त जानकारी सही होगी तो आपको स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कुछ ही दिनों में हॉस्पिटल खोलने के लिए लाइसेंस प्रदान कर दिया जाएगा।