======
पियुष रंजन सिंह विशेष संवाददाता बिहार।
======
जिला पदाधिकारी,पुर्णियां कुन्दन कुमार द्वारा मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में यूनिसेफ प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित किया गया।बैठक में बच्चों के सम्पूर्ण शारीरिक तथा मानसिक विकास एवं उन्हें कुपोषण से मुक्त करने पर गहन विमर्श किया गया।बैठक में जिलाधिकारी कुन्दन कुमार द्वारा सभी गर्भवती महिलाओं तथा बच्चो का पंजीयन कर एमसीपी(मदर एंड चाइल्ड प्रोटेक्शन) कार्ड देने का निर्देश दिया गया।जिला पदाधिकारी द्वारा 0-6 माह के बच्चो के विकास, पोषण तथा स्वास्थ्य के आलोक में कार्ययोजना तैयार करने तथा समाज में जागरूकता फैलाने हेतु पैंपलेट तैयार कर वितरण करने का भी निर्देश दिया गया।यूनिसेफ के प्रतिनिधि द्वारा 0-6 माह के बच्चो के शारीरिक तथा मानसिक विकास के लिए अलग अलग चरणों मे निगरानी की जानकारी दी गई। बताया गया कि नवजात के स्वास्थ्य तथा विकास के लिए पहले सात दिनों तक संक्रमण से रोकथाम,नाभी कॉड का केयर , शारीरिक तापमान की निगरानी तथा स्तनपान पर ध्यान केंद्रित करना है।8 से 28 दिन के बच्चो मे शारीरिक वजन,टीकाकरण, स्तनपान आदि की निगरानी किये जाने के आलोक में जागरूकता बढ़ाने पर भी विमर्श किया गया।
यूनिसेफ प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि बच्चो के शारीरिक एव मानसिक विकास अलग अलग चरणों जैसे कि,नियमित टीकाकरण,सामाजिक और व्यवहारगत परिवर्तन पहलों के माध्यम से एवं स्टीमुलेशन के द्वारा सुरक्षित किये जा सकते हैं।
नियमित टीकाकरण बच्चो को बहुत से रोगों से बहुत ही आसानी से बचाता है।सामाजिक एवं व्यवहारगत परिवर्तन में मां को जागरूक करना होता है कि,बच्चो को कैसे सुरक्षित रूप से लालन पालन किया जाना है।स्टीमुलेशन में बच्चो से बाते करना,खेलना,लोरी सुनाना,मालिश करना,खिलौने से बच्चो को आकर्षित करना आदि है ।

इस संबंध में जागरूकता हेतु सभी आशा कर्मी को प्रशिक्षित करने पर विमर्श किया गया।जिला पदाधिकारी द्वारा यूनिसेफ के प्रतिनिधि को बच्चो के कुपोषण मुक्त शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जागरूकता एव प्रशिक्षण हेतु तैयारी करने का निर्देश दिया गया।जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि कुपोषण का ससमय पहचान करने से बच्चो के विकास में पड़ने वाले सभी बाधाओं को खत्म कर बच्चो का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सकता है।बैठक में जिला पदाधिकारी के साथ हीं उप विकास आयुक्त,पुर्णियां श्रीमती साहिला,डॉ शिवांगी दत्त,डॉ संदीप घोष,पोषण अधिकारी यूनिसेफ आदि उपस्थित थे ।