नजरिया संवाद, संतोष यादव धमदाहा/पूर्णिया।
भूमि एवं भवन विहिन धमदाहा प्रखंड के 25 विद्यालय के छात्रों को अब न सिर्फ विद्यालय भवन मिल गया है बल्कि 4000 से अधिक छात्रों का क्लास संचालन की संयुक्त रूप से होगा। शिक्षा विभाग के उपनिदेशक द्वारा जारी पत्र के आलोक में विगत 16 वर्ष से भवन नहीं होने के अभाव में यत्र तत्र पढ़ छात्रों को अब बगल मध्य विद्यालय में शिफ्ट करने का आदेश दिया गया है जिसके आलोक में एक सितंबर से उन तमाम नवसृजित प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को बगल के मध्य विद्यालय में शिफ्ट किया जाना है। साथ ही मध्य विद्यालय के 1 से 5 वर्ग के छात्र के साथ ही शिफ्ट होने वाले विद्यालय के छात्र क्लास को शेयर करेंगे। तो एक ही शिक्षक के द्वारा दोनों विद्यालय के छात्रों को पढ़ाया जाएगा। हालांकि शिफ्ट होने वाले विद्यालय प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के छात्रों की उपस्थिति अलग-अलग पंजी में बनाई जाएगी जिस कारण संयुक्त रूप से क्लास लेने पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। बताना मुनासिब होगा कि धमदाहा प्रखंड में वर्ष 2007 में नवसृजित किए गए 25 में से15 विद्यालय को आज तक भूमि उपलब्ध नहीं हो सका है तो वही 10 ऐसे विद्यालय हैं जिन्हें भूमि तो मिल गया है परंतु ऐन केन प्रकारेन अब तक भवन उपलब्ध नहीं हो सका है। हालांकि 5 वर्ष पूर्व ऐसे सभी विद्यालय को बगल के मध्य विद्यालय में मर्ज करने का आदेश दिया गया था जिन्हें अब तक भूमि नहीं मिला है। परंतु विडंबना चाहिए या उदासीनता उनमें से चिन्हित कुछ विद्यालय ही मर्ज किया गया तो अधिकतर विद्यालय कहीं फुस की बनी झोपड़ी में तो कहीं पेड़ के नीचे चला रहा है। आलम यह है कि जिन प्राथमिक विद्यालय को नजदीक वाले मध्य विद्यालय में शिफ्ट किया गया है वहां से प्राथमिक विद्यालय के पोषक क्षेत्र की दूरी लगभग डेढ़ स