न्युज/भरगामा। फारबिसगंज के भूमि सुधार उप समाहर्ता अंकिता कुमारी ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत भरगामा के मानुलहपट्टी पंचायत सरकार भवन पहुंचकर जमीन के सर्वे कार्य का निरीक्षण किया।
डीसीएलआर ने जांच के क्रम में जमीन के सर्वे कर्मी के द्वारा लापरवाही देखी। जांच के क्रम में पंचायत भवन में कार्यरत कर्मियों के द्वारा तीन साल में सिर्फ एक ग्राम सभा आयोजित की गई। जिसपर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कार्य में गति लाने के लिए कई निर्देश दिए। जिसमें याददस्त पंजी में अंकित खाता,खेसरा, रकवा,मौजा, चौहदी पर विशेष ध्यान देने की बातें कहीं। वर्तमान समय में संबंधित कर्मी के द्वारा एल पी एम वितरण मे पारदर्शी सुनिश्चित करने को कहा। एलपीएम में पदाधिकारी का साइन व मोहर अनिवार्य है। ग्राम सभा प्रत्येक माह करवाये व सभी ग्रामीण को इसकी सुचना दें। कुछ पंचायत में ग्रामीण के द्वारा ये आरोप लगाए गए कि सर्वे अमीन के द्वारा खाता,खेसरा,रकवा,मौजा,चौहद्दी व भूस्वामी के नाम व जाति में भारी बदलाव देखा जा रहा है। जिसपर डीसीएलआर ने कर्मियों से इसका स्पष्टीकरण पुछा। कर्मियों ने बताया समय के अभाव में सर्वे में कुछ मानवीय भूल हुई है। जिसे आपत्ति लेकर जल्द सुधार कर लिया जाएगा। डीसीएलआर ने कहा कि सर्वे के कार्य में मानवीय भूल कतई मान्य नही है।इसपर अविलंब इसका सुधार करें एवं रिपोर्ट भूमि सुधार उप समाहर्ता कार्यालय में जमा करवाए।
डीसीएलआर ने कर्मियों से याददाश्त पंजी की मांग की गई जिसमें कुछ त्रुटी पाई गई। जिसपर नाराजगी व्यक्त की ।
मौके पर अंचलाधिकारी मनोज कुमार, राजस्व पदाधिकारी रवि राज,
एसएसएएसओ मनीष कुमार, एसएस कानूनगो अरविंद कुमार, कानूनगो विमलेश कुमार, अमीन रामदयाल, अमीन पप्पू कुमार,एएसओ दयाशंकर, एएसओ कृष्ण कुमार,अमीन रंधीर कुमार, मो अल्तमस,क्लर्क अनु कुमारी व अन्य कर्मी मौजूद थे।