नजरिया न्यूज़ सिकटी संवादाता रंजन राज।
सिकटी प्रखंड के दहगामा पंचायत अंतर्गत सोनापुर गांव के स्तंभ संख्या 157 WP 44 में इन दिनों तस्करों का अड्डा बना हुआ है मिली जानकारी के अनुसार सशस्त्र सीमा बल की लापरवाही से तस्कर इंडो नेपाल सरहद पर खुलेआम तस्करी के काम को अंजाम देते हैं जबकि गांव वालों की माने तो जिस रास्ते से तस्कर तस्करी के काम को अंजाम देते हैं वहां से महज़ आधा किलोमीटर की दूरी पर एसएसबी 52वी बटालियन सोनापुर का खेमा है। इसके बावजूद तस्कर मौका का फायदा उठाकर खुलेआम तस्करी करते हैं, यह जानकर हैरानी होगा तस्करी करने वाले कोई और नहीं बल्कि इस गांव के कुछ लोग हैं जिनके पास भारत नेपाल दोनों मुल्कों के नागरिकता भी है जिसकी आड़ में वे लोग विभिन्न प्रकार के तस्करी जैसे मक्का, गेहूं, शराब, कोटा का चावल,युरिया खाद,सरसों, तम्बाकू, कपड़ा चीनी मटर, नशीली पदार्थ आदि को भारत से नेपाल तस्करी को अंजाम देते हैं ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इसमें शस्त्र सीमा बल के जवानों की लापरवाही है आए दिन
तस्करी होते देख ग्रामीण जब एसएसबी को कॉल करते हैं की सर माल नेपाल जा रहा है तो वे लोग उनकी बातों को दरकिनार कर देते हैं इससे तस्करों का हौसला काफी बुलंद हो जाता है , दर्जनों लोग आए दिन खुलेआम तस्करी करते हैं जानकारी देते उप सरपंच प्रतिनिधि शमशाद आलम ने जब तसकरो का विरोध किया तो तस्करों ने उनके खिलाफ षड्यंत्र रचकर उनके घर में शराब रखकर फंसा दिया और उनको जान से मारने की धमकी दी और एक दिन बाद उसे अपहरण कर नेपाल ले गया जब परिजनों को पता चला तो उसे नेपाल के पुलिस चौकी से छुराकर लाए।
ऐसे मैं सशस्त्र सीमा बल तस्करी रोकने के लिए नेपाल बॉर्डर सीमा पर ड्यूटी दे रहे हैं कहीं ना कहीं उन पर सवाल खड़े होते नजर आ रहे हैं। ऐसे में एसएसबी के जो वरीय अधिकारी है उनको इस मामले को गंभीरता से लेने की जरूरत है कई ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए एसएसबी के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन कर नाराजगी जताई है इस मौके पर मोहम्मद सफीयान,इसताक, कुर्बान,साहील,सुरबान, आदि मौजूद रहे।