- संयुक्त रुप से उपस्थिति फोटो सहित जीपीएस पर प्रतिदिन भेजना हुआ अनिवार्य।
- संविदा पर तैनात एएनएम के परिजनों कहा -बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार को संविदा पर कार्यरत एएनएम की मजदूरी प्रतिदिन कम से कम 3000 रुपये करना चाहिए। क्योंकि संविदा और स्थाई एएनएम के कार्य में कोई अंतर नहीं है….
नज़रिया न्यूज, संवाददाता सुलतानपुर। पीएचसी व सीएचसी पर तैनात डाॅक्टर व अन्य कर्मचारियों के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.ओम प्रकाश चौधरी का सख्त फरमान जारी हुआ है,अब ड्यूटी से नदारत कर्मचारियों की खैर नही है,प्रायः देखा गया है की उपस्थिति दिखाकर कर कर्मचारी अपने निजी कार्यों में व्यस्त हो जाते थे,परंतु अब ऐसा करने वाले कर्मचारियों को इसका खामियाजा़ भुगतना होगा,सूत्र बताते है की सीएमओ डाॅ.ओम प्रकाश चौधरी खुद भी ड्यूटी के प्रति बहुत सख्त है,रविवार हो या त्योहार वो स्वयं जनपद से बाहर नही जाते,इसीलिए उनके द्वारा अब नया फरमान जारी करते हुए कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर सीएमओ काफी सख्त हो गए है,इस संबध में मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.ओम प्रकाश चौधरी ने बताया की विभाग का एक ग्रुप बना है,उसपर क्रियाशील सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,हेल्थ वेलनेस सेंटर,उप केंद्र में कार्यरत अधिकारी,कर्मचारी अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए उपस्थिति पंजिका की फोटो तथा सत्यापित करते हुए अधिकारी/कर्मचारी की संयुक्त फोटोग्राफ्स प्रतिदिन जीपीएस के माध्यम से ग्रुप पर भेजकर अधोहस्ताक्षरी से सत्यापित कराए,जिसका समय-समय नीरिक्षण किया जाएगा,सीएमओ डाॅ.ओम प्रकाश चौधरी ने बताया की यदि अनियमितता या असत्यता पाई जाती है तो संबंधित अधीक्षक/प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।मुख्य चिकित्साधिकारी की प्रेरणा का स्वागत करते हुए संविदा पर तैनात एएनएम के परिजनों कहा कि मात्र 300 रुपये दिहाड़ी काम करना पड़ रहा है। इतनी मजदूरी तो अकुशल मजदूरों को सरकार भुगतान कर रही हैं। बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार को संविदा पर कार्यरत एएनएम की मजदूरी प्रतिदिन कम से कम 3000 रुपये करना चाहिए। क्योंकि संविदा और स्थाई एएनएम के कार्य में कोई अंतर नहीं है।